क्लेन्स्टा और अमेजॉन इंडिया ने 500 महिलाओं को लॉकडाउन में बनाया आत्मनिर्भर

नई दिल्ली। क्लेन्स्टा और अमेजॉन इंडिया ने  पैड वुमन प्राची कौशिक के सहयोग से लॉक डाउन में करीब 500 गरीब और ग्रामीण महिलाओं को हाइजीन प्रोडक्ट्स की ट्रेनिंग देकर उन्हें लॉक डाउन में आत्मनिर्भर बनाया।


क्लेंस्टा के सीईओ डॉ पुनीत गुप्ता का कहना है की लॉकडाउन जैसी विषम परिस्थितियों में जब एक तरफ पूरे देश में गरीब महिलाएं परिवारों के साथ अपने -अपने गावों की ओर लौट रही थी तभी उन्होंने वुमन एंपावरमेंट पर काम करने वाली अनेकों संस्थाओं के सहयोग से उन महिलाओं को अपने कंपनी के प्लांट पर आईआईटी दिल्ली के युवा साइंटिस्ट के द्वारा तैयार किए गए सैनिटाइजर, वाटरलैस बॉडी और हेड हाइजीन प्रोडक्ट्स की ट्रेनिंग दी ताकि उन महिलाओं और उनके बच्चों को कोविड-19 महामारी जैसी जटिल परिस्थितियों में रोटी और कपड़े के लिए संघर्ष ना करना पड़े।


डॉ पुनीत ने बताया कि उनके प्लांट पर प्रशिक्षित महिलाओं द्वारा निर्मित सैनिटाइजर की एंटीमाइक्रोब एफीकेसी को और अत्यधिक प्रभावशाली बनाने के लिए उनके फॉर्मूलेशन में एक्ट्रेस जैल को शामिल किया गया है जिसकी वजह से सैनिटाइजर का इस्तेमाल हाथों पर करने के बाद कम से कम 30 से 60 सेकंड तक एलकॉल का प्रभाव हाथों पर बना  रहता है जिससे डब्ल्यूएचओ (WHO) ने अपने दिशानिर्देशों में कोविड-19 से लड़ने के लिए सर्वोत्तम माना है! और इसी खूबी की वजह से अमेजॉन इंडिया ने आगे आकर उन महिलाओं द्वारा निर्मित बेहतरीन सैनिटाइजर को अपने पूरे भारतवर्ष मैं कार्यरत अपने कर्मचारियों और वेयर हाउस के लिए खरीदा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में हमारा साथ दिया !


डॉ पुनीत का कहना है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत अभियान से प्रेरित होकर वह और उनकी कंपनी भविष्य में भी इसी तरह से बेरोजगार युवाओं, महिलाओं और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को अपने प्लांट पर प्रशिक्षित करके उनके द्वारा निर्मित उत्पादों को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विक्रय के लिए सशक्त प्रयास करती रहेगी ताकि विश्व स्तरीय आर्थिक मंदी के दौर में उन्हें दो वक्त की रोटी के उन्हें वंचित ना होना पड़े।


डॉ  गुप्ता ने देश में कोविड-19 के संकट के आकार और पैमाने को देखते हुए इससे सामना करने के लिए उद्योग जगत और उभरती हुई स्टार्टअप्स को समय-समय पर केंद्रीय और राज्य सरकार द्वारा पीएम केयर फंड और आत्मनिर्भर भारत जैसे तात्कालिक और दीर्घकालिक राहत प्रयासों  में आगे बढ़कर मदद करने की अपील की है।