नई दिल्ली। वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना के कुछ केस देश में भी सामने आये हैं लेकिन इससे भयभीत होने की जरूरत नहीं है। 125 करोड़ से अधिक आबादी वाले अपने देश में अमूमन 150 लोग ही अब तक कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं, लेकिन माहौल ऐसा बन गया है मानो पूरा देश ही कोरोना से संक्रमित हो गया है। यह कहना है देश के जाने माने राजनीतिक रणनीतिकार व अखिल भारतीय प्रधान संगठन के राष्ट्रीय संयोजक कृष्ण झा का।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोरोना के प्रति डरो ना की नीति की सराहना करते हुए कृष्ण झा ने कहा कि कोरोना से भयभीत होने की जरूरत नहीं है। थोड़ी सी सावधानी बरतकर बड़ी आसानी से इसकी चपेट में आने से बचा जा सकता है। देश में कोरोना की रोकथाम के लिए किये जा रहे सरकारी प्रयासों को कारगर बताते हुए झा ने कहा कि इसकी सराहना खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक करोड डॉलर के सहयोग से कोरोना फंड बनाने की पहल को वसुधैव कुटुंबकम के प्रकटीकरण का एक और उत्कृष्ट उदाहरण बताते हुए उन्होंने सभी राजनीतिक दलों व सभी विचारधाराओं के लोगों से एकजुट होकर कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करने की अपील की।
धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति झा ने कहा कि सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया की सोच वाले इस देश के सभी लोग हिंदू-मुस्लिम और सिक्ख, ईसाई का भेदभाव भूलकर इंसानियत का रास्ता अपनाएं व ईश्वर से आराधना करें कि वह इससे पूरे विश्व को मुक्ति दे। उन्होंने यज्ञ और हवन की परंपरा को पूर्णतः वैज्ञानिक करार देते हुए कहा कि इससे वायुमंडल विषाणुमुक्त होता है। इसे केवल धार्मिक कर्मकांड मानकर खारिज करने के बजाय वायुमंडल को शुद्ध करने के लिए यज्ञ व हवन आदि के सार्वजनिक आयोजन किये जाने चाहिए। झा ने कहा कि वे जल्द ही अखिल भारतीय प्रधान संगठन के सहयोगियों से चर्चा कर पूरे देश में यज्ञ व हवन का आयोजन करेंगे।