श्रीरामपुर (पश्चिम बंगाल)। वर्धमान जिला के श्रीरामपुर में मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर आयोजित सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय लोक संस्कृति उत्सव में पांचवे दिन बिहार के प्रसिद्ध लोक गायिका नीतू कुमारी नवगीत ने अपने साथी कलाकारों के साथ बिहार की सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करते हुए बिहार के लोकगीतों एवं लोक नृत्य से उपस्थित जन समुदाय को भाव विभोर किया । पश्चिम बंगाल के सूक्ष्म,लघु तथा मध्यम उद्यम तथा टेक्सटाइल विभाग और पशु संसाधन विभाग के मंत्री श्री स्वप्न देबनाथ की पहल पर आयोजित अंतराष्ट्रीय लोक उत्सव में श्रीलंका और नेपाल के लोक कलाकारों ने शानदार कार्यक्रम पेश किया । इसके अलावा राजस्थान, उत्तर प्रदेश, असम, महाराष्ट्र और दूसरे प्रदेश के कलाकार में भी अपने अपने राज्य की सांस्कृतिक पहचान के अनुरूप लोक नृत्य एवं लोकगीत पेश किया । नीतू कुमारी नवगीत ने सोहर, झिझिया, झूमर, कजरी और छठ गीतों की प्रस्तुति करके लोगों का दिल जीता ।
नीतू कुमारी नवगीत ने मंगल के दाता भगवन बिगड़ी बनाई जी,गौरी के ललना हमरा अंगना में आई जी, हमरा आम अमरैया बड़ा नीक लागेला सैया तोहरी मड़ैया बड़ा नीक लागेला, कौने देसे गईले बलमुआ, कथिया लईहें ना, कौने देस की जादूगरनी मतिया मारले ना, तोहरे भरोसे ब्रहम बाबा झिझिया बनबली हो, फर गईले नेमुआ,परदेसी बलमुआ न अईले हो, देखकर रामजी को जनकै नंदिनी बाग में बस खड़ी की खड़ी रह गई राम देखे सिया को सियाराम को चारो अँखिया लड़ी की लड़ी रह गई, अंगूरी में डसले पिया नगिनिया हो, कोयल बिना बगिया ना शोभे राजा, आजु मिथिला नगरिया कमाल सखिया चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखिया सहित अनेक पारंपरिक गीतों को गाकर लोगों को खूब झुमाया । उनके साथ अरुण कुमार, सोनाली सरकार, दिव्या रानी, निशा कुमारी, अनिशा कुमारी,सागरिका, संतोष यादव, देव कुमार और शिवकुमार ने पारंपरिक गीतों पर शानदार लोकनृत्य पेश किया । नीतू कुमारी नवगीत के साथ भोला कुमार ने नाल पर, मनोज कुमार ने कैसियो पर, मंटू कुमार ने पैड पर और सुजीत कुमार ने हारमोनियम पर संगत किया । आयोजन के बाद लोक गायिका नीतू कुमारी नवगीत और उनके साथियों को पश्चिम बंगाल के मंत्री स्वप्न देवनाथ, कार्यक्रम आयोजन समिति के अध्यक्ष विभास विश्वास और सचिव दिलीप मलिक ने सम्मानित किया ।