गीतों के जरिये स्वच्छता व बेटी बचाओ का संदेश

सोनपुर। भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के लोक संपर्क एवं संचार ब्यूरो द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में लोकगीतों के माध्यम से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ; स्वच्छता और महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया गया । प्रसिद्ध लोक गायिका नीतू कुमारी नवगीत ने या रब हमारे देश में बिटिया का मान हो, जेहन में बेटों जितना ही बेटी की शान हो गाकर लोगों को बेटा और बेटी में फर्क न करने का संदेश दिया । उन्होंने बेटियों को अनमोल रतन करार देते हुए बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों की समाप्ति की अपील की : पढ़-लिख के लेबई जिंदगी संवार बाबा, सहब हम ना दहेजवा के मार बाबा । 
स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छ रहना जरूरी है और स्वच्छता को जिंदगी का अहम् हिस्सा बनाने के लिए प्रत्येक सप्ताह दो घंटे और साल में कम से कम 100 घंटे का श्रमदान जरूरी है । स्वच्छता की जरूरत पर बल देते हुए नीतू नवगीत ने गाया- सबसे बड़ा है गहना साफ रहना ओ री बहना साफ रखना, उत्तम दवा है सफाई सब साफ रहना बापू जी का भी था यही कहना सब साफ रखना । उन्होंने  घर-घर अलख जगायेंगे, स्वच्छ भारत बनेगा  गीत गाकर भी स्वच्छता के प्रति  लोगों का ध्यान आकृष्ट किया । सांस्कृतिक कार्यक्रम में नीतू कुमारी नवगीत ने मंगल के दाता भगवन बिगड़ी बनाई जी,गौरी के ललना हमरा अंगना में आई जी, हमरा आम अमरैया बड़ा नीक लागेला सैया तोहरी मड़ैया बड़ा नीक लागेला, कोयल बिन बगिया ना शोभे राजा, देखकर रामजी को जनकै नंदिनी बाग में बस खड़ी की खड़ी रह गई राम देखे सिया को सियाराम को चारो अँखिया लड़ी की लड़ी रह गई सहित अनेक पारंपरिक गीतों को गाकर लोगों को खूब झुमाया । 
ब्यूरो द्वारा लगाई गई चित्र प्रदर्शनी को भी हजारों लोगों ने देखा और केंद्र सरकार द्वारा लिए गए साहसिक निर्णयों और कठिन परिश्रम के आलोक में हो रहे लाभ से अवगत हुए ।