नॉर्थ इंडिया मॉड्यूल मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन ने छोटे उद्योगों पर मंडराते खतरे को देखते हुए इस पर गंभीर चिंता जताई तथा सरकार से मांग की कि वह उनकी समस्याओं को दूर करने की दिशा में काम करे। एसोसिएशन की तरफ से आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार की दोहरी नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक तरफ मेक इन इंडिया का नारा देकर छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने की बात करती है। लेकिन दूसरी तरफ उसका सारा का सारा ध्यान बड़े उद्योगों पर ही रहता है। सरकार की इस अनदेखी की वजह से छोटे उद्योगों के बंद हो जाने का खतरा लगातार बढ़ रहा है। इससे न केवल हजारों छोटे छोटे उद्योग अंतिम सांसे गिन रहे हैं बल्कि लाखों लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट मुंह बाये खड़ा है। उल्लेखनीय है कि एसईजेड से डीटीई को अनुमोदित सोलर सेल/ मॉड्यूल पर सेफ गार्ड ड्यूटी के संग्रहण के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में एसईजेड में खरीदी गई वस्तुओं पर लगने वाली एंटी डंपिंग ड्यूटी संग्रह कानून में बदलाव के लिए एसोसिएशन की तरफ से एक रिट याचिका दायर की गई है। एसोसिएशन ने सरकार से आग्रह किया कि छोटे उद्योगों के हित में इन कानूनों में बदलाव करे। सरकार अगर ऐसा करती है तो न केवल इससे जीडीपी में वृद्धि होगी बल्कि लाखों लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
एनआईएमएमए ने जताई चिंता