दुर्गा पूजा बना राजनीति का अखाड़ा

सौरव पांडेय



तृणमूल कांग्रेस ने दुर्गा पूजा समितियों को आयकर का नोटिस भेजने के केंद्र सरकार के फैसले के विरोध में एक दिवसीय धरना का आयोजन किया. तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा, राज्य में हमारी सरकार पर दुर्गा पूजा आयोजन को बंद करने का आरोप लगाते थे. लेकिन यह पूरी तरह से गलत और राजनीति से प्रेरित है. उन्होंने कहा, यह भाजपा सरकार ही है जो दुर्गापूजा समितियों को आयकर का नोटिस भेजकर ऐसा करने की कोशिश कर रही है. यह राजनीतिक रूप से दोहरा मानदंड है.

तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने दुर्गा पूजा समितियों को डराने-धमकाने के इरादे से आयकर का नोटिस भेजा है, ताकि वे भाजपा के सामने आत्मसमर्पण कर दें. गौरतलब है कि भाजपा तृणमूल पर पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा आयोजन को रोकने की कोशिश का आरोप लगाती रही है, लेकिन दुर्गा पूजा समितियों को आयकर का नोटिस मिलने के बाद अब तृणमूल कांग्रेस ने उस पर राजनीतिक रूप से दोहरा मानदंड अपनाने का आरोप लगाया है और कहा है कि हकीकत में यह भाजपा ही है जो राज्य में दुर्गा पूजा आयोजन को रोकने की कोशिश कर रही है. 

पार्थ चटर्जी ने आरोप लगाया कि पूजा समितियों को आयकर नोटिस भेजने की एकमात्र मंशा उन्हें डराना-धमकाना है ताकि वे भाजपा के सामने आत्मसमर्पण कर दें और भाजपा के नेता उन्हें नियंत्रित कर सकें. उन्होंने आरोप लगाया कि शुरू में भाजपा की  योजना इन समितियों पर नियंत्रण करने की थी लेकिन वे नाकाम रहे. इसलिए अब वे आयकर नोटिस भेजकर पूजा समितियों को डराने की कोशिश कर रहे हैं. अधिकतर पूजा समितियां स्थानीय लोगों एवं कुछ स्थानीय विज्ञापनों के माध्यम से मंजूरी लेती हैं. हमें समझ नहीं आ रहा कि इसका आयकर विभाग से क्या लेना है.

 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कई दुर्गा पूजा समितियों को नोटिस जारी किये जाने को लेकर केंद्र की आलोचना करते हुए कहा कि पूजा सभी का उत्सव होता है. इस पर आयकर की निगरानी नहीं होनी चाहिए. केंद्र सरकार दुर्गा पूजा आयोजकों को आयकर का नोटिस भेजकर अतिरिक्त बोझ बढ़ा रही है. ऐसे में पार्टी की महिला शाखा बंग जननी ब्रिगेड सुबोध मलिक चौक पर धरने पर बैठेगी. बनर्जी ने कहा कि त्योहारों को कर वसूली से छूट मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आयोजकों, पूजा में हिस्सा लेने वाले श्रद्धालुओं और बांग्ला से प्यार करने वाले सभी लोगों को इस प्रदर्शन में हिस्सा लेना चाहिए. सांसद डॉ. काकोली घोष दस्तीदार ने कहा कि केंद्र सरकार अब इतना गिर गई है कि मां दुर्गा की पूजा पर भी टैक्स लगा रही है. लेकिन यही इनकी असली नीति है. ये चुनाव के समय हिंदुत्व और हिंदुओं की भलाई की बातें करते हैं लेकिन हकीकत इसके ठीक उलट है. 

 

भाजपा ने विरोध प्रदर्शन करने के तृणमूल कांग्रेस के फैसले की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि राज्य के सत्तारूढ़ दल के नेताओं का एक तबका चिटफंड घोटालों में कथित रूप से लूटे गये धन को पूजा समितियों के जरिए सफेद बनाने के काम में लगा है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता विभिन्न पूजा कमेटियों में ऊंचे ओहदे पर हैं और चिटफंड तथा राज्य भर में सरकारी परियोजनाओं के एवज में ली गई रिश्वत के कालेधन को दुर्गा पूजा कमेटियों के जरिए सफेद कर रहे हैं. पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा कि ममता बनर्जी ने अल्पसंख्यकों के त्योहार के लिए दुर्गा पूजा के आयोजन पर रोक लगाई थी लेकिन आज उसी दुर्गा पूजा के बहाने धरना दे रही हैं. यह पाखंड है. ममता को हिंदू हित या पूजा से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा था कि दुर्गा पूजा कमेटियों में तृणमूल के नेता अपने काले धन को लगाकर उसे कानूनन वैध बनाने में जुटे हैं. ऐसे में आयकर विभाग के नोटिस से तृणमूल को डर है कि उनके काले खेल का खुलासा हो जाएगा इसलिए विरोध कर रहे हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने भी पलटवार करते हुए कहा कि अगर आयकर विभाग पूजा समितियों के धन के स्रोत की पड़ताल कर रहा है और उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है तो फिर तृणमूल कांग्रेस के लोग डर क्यों रहे हैं ? दरअसल, अधिकतर दुर्गा पूजा समितियों का नियंत्रण तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के हाथ में है और वे इन समितियों का इस्तेमाल धन की कटौती और काले धन को सफेद बनाने में करते हैं. जबकि तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के इन आरोपों को निराधार करार दिया है.